बुन्देलखण्ड वीरों की भूमि है जहाँ एक तरफ वीर योद्धाओं ने दुश्मनों को परास्त किया तो वही आज के समय में युवा सामाजिक कार्यो से एक नयी मिशाल पे...
बुन्देलखण्ड वीरों की भूमि है जहाँ एक तरफ वीर योद्धाओं ने दुश्मनों को परास्त किया तो वही आज के समय में युवा सामाजिक कार्यो से एक नयी मिशाल पेश कर रहे है।।
कहा जाता है रक्तदान और अंग दान दोनों महादान है इसी बात को चरितार्थ करते हुए जनपद हमीरपुर के ग्राम बांधुर बुजुर्ग निवासी युवा डॉ0 रोहित सिंह राजावत जो कि अभिनव प्रज्ञा कॉलेज सरीला में प्रचार्य है शिक्षा के क्षेत्र में जुड़ कर एक तरफ शिक्षा दान का काम कर रहे हैं तो वही बुन्देलखण्ड उत्थान संस्था के संस्थापक के रूप में सामाजिक क्षेत्र मे बेहतर काम से युवाओ को प्रेरित कर रहे हैं डॉ0 रोहित सिंह राजाव सामान्य किसान परिवार से है जिन्होंने अपनी 30 वर्ष की आयु में अब तक 13 बार जरूरतमंदों के लिए निशुल्क रक्तदान किया तो वही संकल्पित भी है कि मृत्यु के पश्चात अपने शरीर के सभी अंगों को निशुल्क दान करूंगा जिसके लिए नोटों संस्था नेशनल ऑर्गन टिशु ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन में रजिस्ट्रेशन करा चुके है।रोहित राजावत बताते हैं कि उनका उद्देश्य है कि जब तक जीवित रहूं जरूरतमंद के लिए रक्तदान करता रहू और मृत्यु के पश्चात भी मैं जरूरतमंद के काम आ सकूं इसीलिए मैंने अपने सभी अंगों को निशुल्क दान किए जाने को संकल्पित हूं। इसके लिए डॉ0 रोहित सिंह को पूर्व डीजी डॉ सूर्य प्रकाश शुक्ला ने सम्मानित किया एवं उस समय के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह वा हमीरपुर महोबा तिंदवारी के सांसद कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल एवं अनुरागिनी संस्था के अध्यक्ष डॉ प्रवीण सिंह यादव ने संयुक्त रूप से लखनऊ सभागार में बुंदेलखंड रत्न की उपाधि से सम्मानित किया इसके बाद जनपद की जिले के अधिकारी पुलिस अधीक्षक सहित तमाम लोगों ने रोहित सिंह को प्रशस्ति पत्र देकर इस सराहनीय सामाजिक क्षेत्र में कार्य के लिए सम्मानित किया वाकई में रोहित सिंह राजावत जैसे युवा समाज में युवाओं के लिए एक आदर्श स्थापित हो सकते हैं।
No comments